“स्तुति” माँ ज्वाला जी की”
नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः
नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः
नमःकालीः, नमःकालीः, नमःकालीः, नमःकालीः
नमःकालीः, नमःकालीः, नमःकालीः, नमःकालीः
नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः
नमःविरासनी, नमःविरासनी, नमःविरासनी, नमःविरासनी
नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः
नमःदुर्गे, नमःदुर्गे, नमःदुर्गे, नमःदुर्गे
नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः
नमःशारदे, नमःशारदे, नमःशारदे, नमःशारदे
नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः, नमःज्वालाः
ॐ ज्वाला दैवयः नमः ॐ ज्वाला दैवयः नमः
“आरती” माँ ज्वाला जी की
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।।
आरती करियो ज्वाला माता की।
आदि शक्ति जगदम्बा जी की।
कर सबका कल्याण हो मैया।
कर सबका कल्याण हो मैया।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।।
द्धार तुम्हारे आये माता।
पूजा आरती भजन न आता।
पूजा आरती भजन न आता।
कर सबका उपकार हो मैया।
कर सबका उपकार हो मैया।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।।
दुखियों का दुःख हरने वाली।
करौंदा के नीचे बसने वाली।
करौंदा के नीचे बसने वाली।
कर सबका उद्धार हो मैया।
कर सबका उद्धार हो मैया।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।।
गांव उचेहरा धाम तुम्हारा।
दर्शन को आवे जग सारा।
सुन लो सबकी पुकार हो मैया।
सुन लो सबकी पुकार हो मैया।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।।
जग की पालन हार हो मैया।
पार करो भव से मोरी नैया।
नैया पार लगा दो मैया।
नैया पार लगा दो मैया।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।।
जो भी तेरे पर आवे
मनवांछित फल तुमसे पावे।
कर सबका कल्याण हो मैया
कर सबका कल्याण हो मैया
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।।
सुमिर सुमिर मैया तोरे जस गायै।
चरणों में मैया तोरे शीश झुकावें।
पूजा कर स्वीकार भवानी।
पूजा कर स्वीकार भवानी।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।
जय हो ज्वाला मैया मोरी, जय हो ज्वाला मैया मोरी।।
माँ ज्वाला की स्तुति एवं आरती जो भी भक्त सुबह शाम श्रद्धा, विश्वास एवं आस्था से करता है। माँ ज्वाला उसकी हर मनोकामना पूर्ण करती है।
सब मिल कर प्रेम से बोलो जय माता दी।
अंत में माँ ज्वाला उचेहरा वाली के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम।
ॐ ज्वाला दैवयः नमः ॐ ज्वाला दैवयः नमः
देवी देवताओं का कभी अपमान न करें।
“ईष्या और क्रोध से जीवन का क्षय होता है”
“सौभाग्य उन्ही को प्राप्त होता है, जो अपने कर्तव्य पथ पर अविचल रहते है”
“मनुष्य स्वंय ही दुखों को बुलाता है”
सुविचार:- अपने परम भक्तों, जो हमेशा मेरा स्मरण या एक चित्त मन से मेरी पूजन करते हैं, मैं व्यकितगत रूप से उनके कल्याण का उत्तरदायित्व लेती हूँ।
प्रेम से बोलो जय माता दी।