माँ ज्वाला धाम शक्ति पीठ में नियमित वर्ष भर आयोजित होने वाले कार्यक्रम

jwala dham kalash

आरती, पूजन हवन:- माँ ज्वाला धाम शक्ति पीठ उचेहरा में नित्य प्रतिदिन प्रातः evm सांय माँ की आरती पूजन एवं हवं किया जाता है।  प्रातः की आरती 4:30 प्रातः से एवं सांय की आरती 7:30 बजे से प्रारम्भ होती है यह आरती पूजन हवन लगभग एक घंटे चलता है।

माँ की महाआरती में सैकड़ों भक्त शामिल होते है। कहा जाता है जो भक्त नित्य प्रतिदिन माँ की आरती में शामिल होकर श्रद्धा से आरती करते है। उनकी हर मनोकामना माँ पूर्ण करती है।

photo

page 15


अखंड ज्योति:- माँ के दरबार में वर्ष 2009 से अनवरत अखण्ड ज्योति प्रज्वलित हो रही है। कहा जाता है कि इस अखंड ज्योति के दर्शन मात्र से भक्तों के सभी कष्ट नष्ट हो जाते है, और भक्त खुशहाल हो जाता है।

photo


श्री रामचरित मानस का आयोजन:-

माँ ज्वाला के दरबार में प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को रात्रि में तथा प्रत्येक सोमवार को दिन में संगीतमय रामचरित मानस गायन का आयोजन किया जाता है। जिसमें दूर-दूर से रामायण मंडली आकर शामिल होती है।


प्रत्येक माह माँ का दरबार ( चौकी) का आयोजन:-

माँ ज्वाला शक्ति पीठ उचेहरा में माह में एक बार माता रानी का दरबार (चौकी) लगती है। यह चौकी प्रत्येक माह के पूर्णिमा के बाद आने वाले प्रथम मंगलवार या शनिवार को जो पहला दिन आएगा, चौकी उसी दिन लगेगी। यदि पूर्णिमा मंगलवार या शनिवार को पड़ती है तो दरबार (चौकी) पूर्णिमा को ही लगती है। यह दरबार लगने का निर्धारित नियम है।

माँ के दरबार का नेतृत्व पण्डा जी श्री रामनाथ सिंह एवं संतोष सिंह द्वारा किया जाता है। दरबार में भक्त संतान के इछुक दम्पत्ति, रोग बीमारी से ग्रसित व्यक्ति रोजगार व्यापार आदि विभिन्न समस्याओं के लिए भक्त अर्जी लगाते है। तथा माँ का आशीर्वाद प्राप्त कर अपनी मनोकामना को पूर्ण करते है। माँ ज्वाल अर्जी लगाने वाले समस्त भक्तों को उनके मन के मुताबिक आशीर्वाद प्रदान कर मनोकामना पूर्ण करती है।


प्रत्येक सोमवार को मेले में भंडारे का आयोजन:-

माँ ज्वाला धाम उचेहरा में प्रत्येक सोमवार को माँ की विशेष पूजा आरती होती है। हजारों की संख्या में भक्त माँ के दर्शन के लिए आते है, तथा माँ को जल अर्पण कर पूजन आरती कर अपनी मनोकामना पूर्ण हेतु मन्नत मांगते है।

यंहा प्रत्येक सोमवार मेले एवं भंडारे का आयोजन किया जाता है। माँ के दरबार तीन प्रकार के भंडारे की व्यवस्था की जाती है, जिसमें

(१) प्रथम- राज भोग

(२) द्वितीय- मोहन भोग

(३) तृतीय- देवी भोग

यह भंडारा भक्तों द्वारा माँ ज्वाला सेवा समिति के सहयोग से संचालित किया जाता है। इस भंडारे से संचालित किया जाता है। इस भंडारे में हजारों की संख्या में भक्त उपस्थित होकर प्रसाद प्राप्त करते है।

photo


सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन:-

माँ ज्वाला धाम उचेहरा में दोनों नवरात्रि, नवदुर्गा एवं चैत्र में पुरे नवरात्रि में मेले का आयोजन होता है। ज्वारे विसर्जन के दिन विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम देवी जागरण का आयोजन किया जाता है। जिसमें हजारों की संख्या में भक्त शामिल होते है।

वर्ष भर समय-समय पर आने वाले त्यौहार जैसे दीपावली, कृष्ण जन्माष्टमी, नागपंचमी महाशिवरात्रि आदि को ग्रामीण पुरानी परंपरा अनुसार बड़े धूम धाम से मनाया जाता है। जिसमें हजारों की सनाख्य में भक्त उपस्थित होकर एक साथ मिलजुल कर त्योहारों को मानते है।


माँ ज्वाला जी का जन्मोत्सव:- माँ ज्वाला धाम शक्ति पीठ उचेहरा में प्रत्येक वर्ष 1 जावरी को माता जी का जन्मोत्सव बड़े धूम धाम से मनाया जाता है, जिसमें श्री राम चरित मानस के संगीतमय अखण्ड पाठ एवं विशेष पूजन तथा भंडारे का आयोजन किया जाता है।

photo


कलश स्थापना:-

माँ ज्वाला धाम उचेहरा में दुर्गा नवरात्रि एवं चैत्र नवरात्रि में जवारे कलश हजारों की संख्या में स्थापित किये जाते है।

यंहा चार प्रकार के कलशों की स्थापना की जाती है, जिसमें

(1) ज्योति कलश-अखंड घी

(2) ज्योति कलश-अखंड तेल

(3) हरे जवारे (सामान्य कलश)

(4) गरगजहा कलश

इन जवारे कलशों का विसर्जन 9वें दिन किया जाता है।

photo

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *